निशाना साधकर ट्रिगर दबाने पर आग्नेयास्त्र से जब गोली नहीं निकली। तब बदमाश ने उसकी मुठ से वारकर टोटो चालक नेपाल दास को जख्मी किया। बीजपुर थाना अंतर्गत 22 नंबर बस स्टैंड पर विश्वकर्मा पूजा की रात हमला हुई। खबर पाकर फौरन बीजपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहां मौजूद लोगों से हमलावर का विवरण लेकर बदमाश के भागने की दिशा में गाड़ी दौड़ाई। कल्याणी एक्सप्रेस वे के पाल्लादह के तरफ भाग रहे बदमाश को रास्ते में गिरफ्तार कर ली। उसका नाम इब्राहिम मंडल उर्फ दीपू मंडल है। सोदपुर के  वाशिंदा बदमाश के खिलाफ बीजपुर के संगलग्न थाना, नदिया जिला के हरिनघाट थाना में                                                                                                                                                                            आपराधिक मामला दर्ज है। पुलिस के अनुसार वह बीच-बीच में कांचरापाड़ा आता था।

स्थानीय तृणमूल नेता एवं व्यवसाई रामाशंकर गिरी ने बताया कि रात लगभग दस बजे बस स्टैंड से सटी साइकिल गैराज में आग लगी। तुरंत अपने कार्यकर्ताओं के साथ मौका पर पहुंचे। आननफानन में आग बुझा ली गई। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। फिर कार्यकर्ताओं के साथ बगल की दुकान में चाय पीने लगे। उस समय बदमाश आया। वह नशे में था। मोबाइल पर किसी को भद्दी गालियां दे रहा था। सरेआम गाली गलौज करता देख उसे वहां से चले जाने के लिए कहे। मगर वह नहीं गया। तब कार्यकर्ताओं ने उसे धकेल कर दूर हटा दिए। चाय पीकर सभी अपने घर लौट गए। उसके 10 मिनट बाद ही बदमाश बंदुक से लैस होकर लौटा। उस समय टोटो चालक नेपाल दास स्टैड पर अकेला था। उसकी ओर आग्नेयास्त्र तानकर बदमाश ने ट्रिगर दबाया। मगर गोली नहीं चली। गोली चलाने की उसकी दो कोशिश नाकाम गई। इतने में मौका पाकर नेपाल जान बचाने के लिए वहां से भागा। बदमाश भी उसके पीछे-पीछे दौड़ा। थोड़ी दूर पिछा करके हथियार के मुठ से उसके सिर के पीछे से वार किया। चोट लगने से नेपाल जमीन पर गिर पड़ा। सिर फूट गई और जख्म से खून का फौव्वारा छूटा।  सिर पर चोट मारते ही बदमाश के आग्नेयास्त्र से एक राउंड फायर हुई। वह गोली स्टैंड पर खड़े बस में लगी। नेपाल की चीख पुकार सुन स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकले।  भीड़ जमता देख बदमाश वहां से भाग निकला। स्थानीय लोगों के अनुसार किसी बड़े अपराधिक मकसद से इब्राहिम वहां पहुंचा था। उसका निशान तृणमूल नेता रामाशंकर गिरी थे। उन्हें नहीं पाकर नेपाल पर हमला किया है। घायल नेपाल घटना के बाद से काफी दहशत में है। उसका कहना है कि टोटो लेकर रात बिरात यात्रियों को छोड़ने इधर-उधर जाना पड़ता है। इब्राहिम को वह नहीं पहचानता। किस मकसद से उसने हमला किया है ? यह भी नहीं जानता। उसे डर है कि इब्राहिम अथवा उसके साथी रात में अकेले पाकर उसे निशाना बना सकते हैं।