बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की पवित्रता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के निर्वाहन के साथ भारत में रहने वाली बेटियों को उसके बांग्लादेशी पिता के देहावसान पर अंतिम विदाई की सुविधा देकर मानवता की मिशाल पेश की है। यह हृदयस्पर्शी पहल मालदह के दक्षिण बंगाल सीमान्त के तहत सीमा चौकी अलीपुर, 12 वीं बटालियन, बीएसएफ के इलाके में हुई।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश की बीजीबी ने सीमा चौकी अलीपुर, 12 बटालियन, बीएसएफ के कंपनी कमांडर को सूचित किया कि बांग्लादेश के चपाइ नवाबगंज जिले के चमूसा गांव निवासी मोहतर अली की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हो गई। उनकी बेटी अकलीमा बीबी व जुलेखा बीबी भारत के सीमावर्ती गांव मोसलेमपुर व उत्तर दिनाजपुर में रहती हैं। दोनों बेटियाँ मृत पिता को अंतिम बार देखना चाहती है। बीएसएफ कंपनी कमांडर ने मानवीय और भावनात्मक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उसकी व्यवस्था किए। मानवीय पहलू को सर्वोपरि रखते हुए दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बलों ने भारत में रहने वाली बेटियों के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास जीरो लाइन पर उनके मृतक बांग्लादेशी पिता के अंतिम दर्शन की व्यवस्था की।
अंतिम विदाई के दौरान माहौल गमगीन रहा और बीएसएफ के मानवीय दृष्टिकोण के लिए आभार व्यक्त किया गया। मृतक की बेटियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार अपने पिता के अंतिम क्षणों को देखने में सक्षम होने के महत्व को स्वीकार करते हुए बीएसएफ की हार्दिक सराहना की।