उत्तराखंड राज्य के चमोली में ऋषिगंगा एवं धोलीगंगा पर निर्माणाधीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का तटबंध टूटने से भयंकर आपदा आई है, जो 2013 के केदारनाथ आपदा की स्मृति ताजी कर गई। बर्फीली पानी में 150 से भी अधिक लोगों के बह जाने की आशंका है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चमोली, कर्म प्रयाग से ऋषिकेष तक हाई एलर्ट जारी किया गया है। उद्धार कार्य के लिए 6 कलम सेना रवाना करने के साथ वायु सेना को एलर्ट रखा गया है। अबतक तीन शवों को निकाला जा चुका है।
स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह 8.30 बजे धूप खिली हुई थी, तभी भयंकर बिस्फोट कि आवाज सुनी गई। लोगों ने पहाड़ के उपर से भारी जल सैलाब को निंचे उतरते हुए देखा। आपदा की आशंका को भांपकर लोगों ने शोर मचाकर निंचे कामकर रहे लोगों को सतर्क करने का प्रयास किया, रविवार छुट्टी का दिन होने के कारण यह पता नही चल सका है कि प्रोजेक्ट स्थल पर कितने लोग कामकर रहे थें? नंदादेवी ग्लेशियर के टूटने से तबाही आई है। उत्तराखंड़ के साथ यूपी के गंगा तीरवर्ती अंचल में एलर्ट जारी किया गया है।