नैहट्टी/नदियाः आसाम में बंगाल के पांच नागरिकों की गोली मार कर हत्या किये जाने के प्रतिवाद में तृणमूल कांग्रेस ने नैहट्टी में जुलूस निकाला, जिसका नेतृत्व स्थानीय विधायक पार्थ भौमिक ने किया, जुलूस में नैहट्टी पालिका के प्रधान अशोक चटर्जी एवं अन्य तृणमूल पार्षद शामिल हुए। दुसरी ओर, कांचरापाड़ा पालिका के भूतबगान इलाके में तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस नृशंस हत्याकांड के बिरोध में जुलूस निकाला गया। उल्लेखनीय है कि आसाम के तीनसुकिया के एक बंगलाभाषी गांव के वाशिंदा छें बंगालियों को घर से बुलाया गया। उन्हें घर से कुछ दूर ले जाकर जमीन पर बैठा कर पिछे से गोली मारी गयी। आततायियों के फायरिंग के समय मौत की दहशत से उनमें से एक व्यक्ति अचेत हो कर लूढ़क गया, आततायियों ने उस मरा हुआ समझ कर छोड़ दिया, इससे उसकी जान बच गयी। अन्य पांच की गोली लगने से मृत्यु हो गयी। आततायी सेना के वर्दी के रंग की वर्दी पहन रखे थें, जिससे गांव वालों को उनके पुलिस कर्मी होने का भ्रम हुआ और उनके बुलाये जाने पर वे अपने घर से बाहर निकल आये। इन दोनों शहरों के अलावा भाटपाड़ा, जगदल, खड़दह, नदिया जिले के नवद्वीप, कृष्णानगर सहित कई शहरों में प्रतिवाद जुलूस निकाली गयी।
नैहट्टी पालिका के सामने से आरंभ हुयी प्रतिवाद जुलूस अरविंद रोड होते हुए पूरे शहर की परिक्रमा कर वापस पालिका के सामने पहुंच कर समाप्त हुयी। जुलूस में शामिल कार्यकर्ता काला बैच व काला झंड़ा थामें हुए थें। जुलूस से भाजपा और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की गयी। विधायक पार्थ भौमिक ने आरोप लगाया कि आसाम में भाजपा के एनआरसी लागू करने की कोशिश से अराजक्ता के हालात पैदा हुयी है। लोगों में बिभेद पैदा हुआ है, उस कारण से हत्या की वह घटना घटी है। वास्तव में उस राज्य से बंगालियों को खदेड़ने के लिए उन पर यह हमला किया गया है। हत्याकांड की निंदा करते हुए इस घटना को अंजाम देने वालें आततायियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाई करने की मांग किये।
दुसरी ओर इस हत्याकांड के प्रतिवाद में नवद्वीप के बड़ालघाट के तृणमूल ने प्रतिवाद जुलूस निकाला, जिसका नेतृत्व उप पालिका प्रधान शचिन्द्र बसाक ने किया। स्थानीय तृणमूल नेता मानीक चक्रवर्ती, नवरोत्तम साहा, सुजीत साहा और बड़ी संख्या में तृणूल कार्यकर्ता जुलूस में शामिल हुए।