मध्यमग्राम रेल स्टेशन के करीब रेल लाइन पर मानव शव छिन्न भिन्न हो पड़ा था। मृतक की जेब से जीआरपी को परिचय पत्र मिला। फिर उसकी पहचान गौतम बंद्योपाध्याय 48 के रुप में हुई। वह पूर्व सैन्य कर्मी था। दमदम नगर पालिका के वार्ड नंबर 10 अंतर्गत जीवन धर रोड के फ्लैट में परिवार के साथ रहता था।
पुलिस जब वहां पहुंची तो फ्लैट में ताला बंद था। ताला तोड़कर पुलिस अंदर गई। वहां का दृष्य देखकर दंग रह गई। कमरे में दो महिलाएं मृत पड़ी थी। फर्स पर ढेर सारा खून बिखरा था। चाकू से उन्हें मारा गया है। गौतम बंद्योपाध्याय की पत्नी देविका बंद्योपाध्याय 44 और बेटी दिशा बंद्योपाध्याय 19 के रुप में उनकी पहचान हुई। यह खबर फैलते ही इलाके में खलबली मच गई। पत्नी और बेटी को मारकर खुद चलती ट्रेन के सामने कूदने की घटना से पड़ोसी हतप्रभ है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार पत्नी व बेटी की हत्या करने के बाद वह ट्रेन से मध्यमग्राम पहुंचा। फिर हाबरा लोकल के सामने कूद गया। उसके घर से शराब की बोतलें मिली है। जिससे आदतन शराब सेवन की पुष्टि हुई है। पड़ोसियों ने बताया कि देविका मिलनसार महिला थी। जबकि गौतम खड़ूस किस्म का इंसान था। आसपास के लोगों से मेलजोल नहीं रखता था। उसने ऐसा क्यों किया ? उसका रहस्य भेदने नहीं हो सका है। पुलिस शवों को पोस्टमार्टम में भेजने के साथ घटना के पिछे के रहस्य का पता लगाने में जुट गई है।