भगवान शिव पर जलधारा चढ़ाने से साधक के साथ सर्व साधारण का कल्याण होता है। इस मान्यता के अनुसार कांचरापाड़ा की गिरी मेमोरियल ट्रस्ट ने जलाभिषेक की व्यवस्था की। जिसमें शामिल श्रद्धालु हालीशहर के गंगा से जल भरकर कुलिया रोड नर्मदेश्वर मंदिर में जलाभिषेक किए। रास्ते में डमरु और संगीत की धुन पर भक्त थिरकते रहे। ट्रस्ट के संस्थापक रामाशंकर गिरी ने बताया कि समुद्र मंथन से पैदा जहर के पान से उपजी ज्वाला को शांत करने के लिए जलाभिषेक की प्रथा पड़ी। सभी से आग्रह है कि समाज में व्याप्त अपराध रुपी जहर का त्याग करें।