कुछ साल पहले कोलकाता के रॉबिंसन स्ट्रीट में घटी घटना की याद इच्छापुर की विधानपल्ली ताजा कर गई। यहां 76 साल का बाबलू घोष अपने 65 साल की बहन कृष्णा घोष के शव के साथ विगत तीन-चार दिनों से एक ही घर में रह रहा था। बाबलू घोष नोआपाड़ा थानांतर्गत विधानपल्ली का पुराना बाशिंदा है। दोनों बिक्षिप्त किस्म के है। दुर्गंध पाकर मुहल्ला के युवकों ने स्थानीय पार्षद एवं पुलिस को खबर दिए। पुलिस ने शव को कब्जा में ली। स्थानीय पार्षद प्रदीप बसु ने बताया कि बाबलू घोष नौकरी करते थे। दिमागी गड़बड़ी के कारण रिटायरमेंट अथवा पेंशन कुछ भी नहीं लिए। दुर्गंध का वजह जानने जब मुहल्ला के युवक बाबलू के घर में घुसे तब वह डंडा लेकर युवकों को मारने दौड़ा।