राज्य की सरकारी प्रकल्प से कोई भी व्यक्ति बंचित न रह जाए। उसके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दीदीर सुरक्षा कवच लांच की है। इसके माध्यम से पार्टी गांव गांव पहुंचकर जनता से संपर्क साधना चाहती है। राज्य में कन्याश्री, लख्खी भंडार जैसा 65 प्रकल्प जारी है। उनमें से चुनी गई 15 प्रकल्प का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाने का लक्ष्य मुख्यमंत्री निर्धारित की है।
पार्टी कर्मी दीदी का दूत बनकर ग्राम अंचल के प्रत्येक नागरीक को प्रकल्प से होने वाले लाभ की जानकारी देंगे। दीदीर सुरक्षा कवच को सफल बनाने के लिए तृणमूल नेतृत्व कमर कसी है। सभी को कर्मसूची की जानकारी पहुंचाने के लिए शुक्रवार बैरकपुर महकमा के कई विधानसभा अंचल में तृणमूल के निर्वाचीत जन प्रतिनिधियों ने संबाददाता सम्मेलन कर बिषय की जानकारी दिए।
नैहाटी के विधायक तथा राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने बताया कि प्रदेश सरकार के प्रदत्त सुविधा से कोई भी बंचित नहीं रहे। उसके लिए प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश है। 11 जनवरी से शुरु होने वाली कर्मसूची दो माह चलेगी। जिसमें साढ़े तीन लाख दीदी के दूत घर घर जाएगे।
खड़दह के विधायक एवं कृषि मंत्री शोभन चट्टोपाध्याय ने बताया कि दो करोड़ परिवारों तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारण है। दीदी के दूत एप के माध्यम से जनता का आवेदन दर्ज करेंगे।
बीजपुर विधायक सुबोध अधिकारी ने बताया कि कम से कम पांच की संख्या में दीदी के दूत लोगों के घर जाएगे। उन सभी को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पार्टी का आलाकमान कर्मसूची का संचालन कर रहा है।
एक ही कर्मसूची को लेकर भाटपाड़ा के वाइस चेयरमैन देवज्योति घोष, अपने अंचल में संबाददाता सम्मेलन किए। उनके संग भाटपाड़ा नगरपालिका के सीआईसी अमीत गुप्ता एवं अन्य पार्षद उपस्थित रहे।