जगदलः एंग्लो इंडिया जूट मिल के नाम से विख्यात जगदल की एंग्लो इंडिया जूट एंड टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज को प्रबंधन ने अस्थाई कार्य निलंबन की नोटिस बंद कर दिया। फलतः यहां काम करने वाले स्थाई व अस्थाई कर्मियों को मिलाकर साढ़े तीन हजार मजदूरों के सामने रोजीरोटी की समस्या आ खड़ी हुई। मंगलवार सुबह काम पर पहुंचे मजदूर मिल का गेट बंद देख हताश होकर घर लौट गए।
प्रबंधन का आरोप है कि सोमवार फस्ट शिफ्ट के काम चलने के दौरान तांत विभाग के मजदूर मोहम्मद नसीम, खुर्शीद अली, मोहम्मद कमालुद्दीन, मोहम्मद अजहरुद्दीन आंदोलनकर उस विभाग का उत्पादन ठप करवा दिए। उनके आंदोलन के चलते दोपहर दो बजे से चलने वाली सेकेंड शिफ्ट और उसके बाद की नाइट शिफ्ट का उत्पादन भी प्रभावित रहा। एक तरह से हड़ताल की स्थिति रही। जो कि अनौतिक है। इसलिए प्रबंधन अस्थाई कार्य निलंबन के लिए मजबूर हुआ है। नोटिस सोमवार रात की शिफ्ट से प्रभावी होगी। अतः रात की शिफ्ट से ही मजदूरों को किसी प्रकार का वेतन अथवा भत्ता नहीं मिलेगा।
उधर, मजदूरों का आरोप है कि तांत विभाग की पुरानी मशीनों को हटाकर प्रबंधन नई मशीने लगाना चाहता है। नई मशीनों से मजदूरों पर काम का दबाव इतना बढ़ जाएगा कि वे काम नहीं कर पाएंगे। इसलिए नई मशीनों को लगाने के विरोध में तांत विभाग के कर्मी है। मिल मजदूर अमजद अली ने बताया कि रविवार मिल की साप्ताहिक छुट्टी थी। मजदूरों को अंधकार में रखकर छुटटी के दिन पुरानी मशीने उखाड़ी गई। सोमवार काम पर पहुंचे तांत विभाग के मजदूर उखड़ी मशीनों को देखकर आक्रोशित हो उठे और उस विभाग का काम बंद करवा दिए। यह बात फैलने पर सेकेंड शिफ्ट के मजदूर भी आंदोलन में शामिल हो गए। फलस्वरुप बी शिफ्ट एवं सी शिफ्ट में मिल का उत्पादन ठप रहा। मजदूरों की मांग है कि मशीन उखाड़ने के अपने फैसला को मिल प्रबंधन वापस ले तथा अबिलंब मिल को चालू करें। व्याप्त उत्तेजना के देखते हुए मिल के भीतर पुलिस का पहरा है।
अस्थाई कार्य निलंबन की नोटिस लगाकर बंद हुई जगदल की एंग्लो इंडिया जूट मिल।