उड़ीसा के भद्रक निवासी व्यवसाई श्रीकांत मिश्रा को रकम दोगुना करने का झांसा देकर उससे 9.5 लाख रुपयों की ठगी हुई थी। ठग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल हुई है। बैरकपुर कमिश्नरेट की घोला थाना की पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार की है।

पुलिस के अनुसार 7 सितंबर को घोला थाना पहुंच कर श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि कुछ लोग फोन से उससे संपर्क कर बताए कि वह जितनी रकम देगा। उसका दोगुना रकम उसे मिलेगा। शर्त यह है कि अकाउंट में रकम डिजटली ट्रांसफर करना है। श्रीकांत मिश्रा उनकी जाल में फंस गया। ठगों के कहें मुताबिक 9.5 लाख रुपया दी गई अकाउंट नंबर में ट्रांसफर किया। रकम पाने के बाद ठग गिरोह नगद रकम देने के लिए घोला के मुड़ागाछा बुलाए। श्रीकांत जब रकम लेने पहुंचा तबतक ठग उड़ चुके थें। खुद को ठगे जाने का एहसास होने पर घोला थाना में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया। अपने खुफिया तंत्र के आधार पर पुलिस ने नदिया जिला के कल्याणी थाना क्षेत्र से देवज्योति विश्वास और सम्राट बारुई नाम के दो ठगों को सबसे पहले दबोची। बैरकपुर कोर्ट में पेश कर दोनों को पुलिस रिमांड में ली। रिमांड में उनसे पूछताछ हुई। तब पता चला कि बिहार के सारण जिले का निवासी पप्पू कुमार यादव गिरोह का मास्टर माइंड है। वह भी कल्याणी में रहता है। पुलिस की कार्रवाई की भनक लगने ही वह फरार होने में सफल रहा। पर पुलिस उसे ढूंढ निकाली। हुगली जिला के मगरा थाना क्षेत्र से वह पकड़ा गया है। इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां होनी बाकी है।