बच्चों के खेलने के लिए बना शिशु उद्यान विगत चार साल से बंद है। गेट पर ताला लगा है। अंदर जंगल एवं झाड़ियां भरी है। बच्चों के स्वास्थ विकास के उद्देश्य से बना उद्यान आज सांप, जहरीले कीड़ा मकोड़ा एवं मच्छरों का बसेरा है। पार्क में लगी विवेकानंद की मुर्ती समेत अन्य स्टेच्यू जंगलों. के घेरा में है। भाटपाड़ा पौरसभा के 27 नंबर वार्ड के गुड़दह कल्याण संघ मैदान के पास उद्यान है।

स्थानीय वाशिंदा दीपाली गुप्ता ने बताया कि बच्चे खेलने के लिए मचलते है। उद्यान में खतरा है। इसलिए माताएं पीटते हुए उन्हें घर ले जाती है।

स्थानीय पार्षद तथा भाटपाड़ा पौरसभा के भूतपूर्व वाइस चेयरमैन सोमनाथ तालुकदार ने कहा, पार्क के रखरखाव चालू करने के लिए पौरसभा को तीन बार चिट्ठी लिखे हैं। मगर कोई नतीजा सामने नहीं आया।