गुजरात राज्य के मोरबी शहर के मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज टूटकर गिरने से मरने वालों की संख्या 100 से अधिक पहुंच गई है, जबकि 50 व्यक्ति लापता बताए जा रहे हैं, उनमें महिला पुरुष व बच्चे हैं, सभी के पानी में डूबने की आशंका जताई जा रही है। वहीं घायलों की संख्या 70 पहुंच गई है, उनका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। यह ब्रिज अति प्राचीन था, ऋषिकेश के राम व लक्ष्मण झूला की तर्ज पर यह ब्रिज भी झूलता था।
रेस्क्यू आपरेशन के लिए एनडीआरएफ के अलावा भारतीय वायु सेना के गरुण कमांडों को भी मौके पर भेजा गया है। सेना के दो प्लाटून, दमकल, सिविल डीफेंस के कर्मी बचाव व उद्धार कार्य में लगे हैं। नदी में गिरे लोगों को नाव से तलाशा जा रहा है, हांलाकि रात में अंधेरा होने के वजह से सर्च अभियान में काफी दिक्कतें आई। सोमवार उजाला फैलते ही सभी एजेंसियां पूरे दमखम से रेस्क्यू आपरेशन में लग गई है।
बता दे कि रिनोवेशन के लिए ब्रिज गत सात माह से बंद था। महज पांच दिन पहले रिनोवेशन के बाद इसे खोला गया था। ब्रिज पर घूमने जाने वालें बयस्कों को 17 रुपया व बच्चों को 12 रुपया का टिकट लेना पड़ता था। आरोप है कि हादसा के समय ब्रिज पर अत्याधिक भीड़ थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ट्वीट कर मोरबी हादसे पर शोक जताए हैं, आज अर्थात सोमवार को अहमदाबाद में अपने रोड शो को प्रधानमंत्री ने रद्द कर दिया है। वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात किए। गुजरात सरकार एवं प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक एवं घायल हुए लोगों के लिए मुआबजा राशि देने की घोषणा की गई है।