नैहाटी के आनंदबाजार अंचल में आर्ट एंड क्राफ्ट का शिक्षण स्कूल चलाने वाला युवक रवि कुमार दास बच्चों को चित्रकला सिखाता है। वह गिनीज़ कीर्तिमान प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और उसका नाम गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज हुआ है।

नैहाटी शहर के गौरीपुर निवासी रवि गरीब परिवार का सदस्य है। जूट मिल अंचल में उसका बचपन गुजरा। बड़ा होकर गौरीपुर हाई स्कूल से एच एस की परिक्षा पास करने के बाद बीएसए एवं एमएसए अर्थात मास्टर आफ फाइन आट्स की डीग्री हासिल किया। रवि ने बताया कि विधाननगर निवासी आर्ट के वरिष्ठ शिक्षक तापस चटर्जी के परामर्श से गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन किया। प्रतियोगिता की कई शर्ते थी। विश्व स्तर के कलाकारों से मुकाबला करना उसके लिए कठीन चुनौती थी। पूरे विश्व के विभिन्न देशों से तीन लाख साठ-पैसठ हजार प्रतियोगी भाग लिए। तीन माह तक कई चरणों में आन लाइन चित्रांकन प्रतियोगिता चला। असफल होने के वजह से हर चरण में प्रतियोगियों की संख्या कम होती गई। आखरी चरण में विश्व के 832 प्रतिभागियों का नाम गिनीज़ कीर्तिमान के लिए चयनित हुआ, जिसमें उसका भी नाम है। गिनीज़ बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स संस्था ने उसे सर्टिफिकेट एवं मेडल भेजा