प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण प्रतिष्ठान प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी में छात्रों को सरस्वती पूजा करने की अनुमति नहीं मिली है। टीएमसीपी के तरफ से डीन आफ स्टूडेंट अरुण कुमार माइति के पास पूजा की अनुमति के लिए लिखित आवेदन किया गया है। उनके आवेदन पत्र को कॉटेंट नॉट वेरीफाइड़ लिख कर जमा लिया गया है। सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की छात्र संगठन की चेतावनी है कि अगर पूजा करने की अनुमति नहीं मीली तो वे यूनिवर्सिटी के गेट पर सरस्वती पूजा करेगें।
उल्लेखनीय है कि इस साल 26 जनवरी को सरस्वती पूजा है। टीएमसीपी यूनिवर्सिटी के भीतर सरस्वती पूजा कर प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी के दो सदी के इतिहास को बदलना चाहती है। टीएमसीपी नेता अरित्र मंडल ने बताया कि पूजा करने का अधिकार सभी को है। भारत एक धर्मनिपेक्ष राष्ट्र है। यहां हर धर्म के लोग अपने अपने रीति के अनुसार पूजा प्रार्थना कर सकते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वे धर्मनिरपेक्ष बने रहने की आड़ में बामपंथी संगठन की दबाव के आगे झुक गये है? वहीं विवि एसएफआई के अध्यक्ष आनंदरूपा ने आरोप को खारीज करते हुए बताई कि पूजा की अनुमति नहीं देना विश्व विद्यालय का निजी फैसला है। दरअसल हमारा विवि डेरोजियन आदर्श को मानता है। यहां किसी प्रकार की पूजा नहीं होती। उस प्रथा के अनुसार इस बार भी अनुमति नहीं दी गई है।