हाबराः मामा के घर के बाहर मोबाइल फोन पर बातकर रहे सुकदेव दास 25 का फोन बाइक से आए दो बदमाशों ने छीन लिया। विरोध करने पर उसे गोली मारे जो उसके पेट के निचले हिस्सा में लगी। उसकी चींख़ पुकार सुन बचाने गए बड़े भाई मनी दास 26 पर भी गोली चलाए। जो उसके हाथ में लगी। फिर छीनी गई मोबाइल लेकर अपनी बाइक से हमलावर भाग निकले। जख्मी भाईयों को पहले हाबरा स्टेट जेनरल अस्पताल, फिर वहां से रेफर किए जाने पर आर जी कर अस्पताल ले जाया गया। सिर्फ मोबाइल फोन छीनताई के लिए दो युवकों को गोली मारी गई अथवा फोन में कोई गुप्त तथ्य था, जिसके लिए हमलावरों ने भयंकर घटना को अंजाम दिया है। हाबरा थाना की पुलिस इन बिन्दुओं को ध्यान में रखकर जांच शुरु की है।

जानकारी के अनुसार वर्दवान जिला आउसग्राम अविरामपुर के निवासी दो भाई सुकदेव दास व मनी दास उत्तर 24 परगना के हाबरा थानांतर्गत जिउलड़ांगा रांगाबाली पाड़ा के निवासी अपने मामा पलास दास के यहां घूमने आये थें। बीते गुरुवार को मामा के घर आए दोनों भाई रविवार की रात स्थानीय बानीपुर लोक संस्कृति उत्सव मेला देखकर घर लौटे।  रात साढ़े आठ बजे छोटा भाई मामा के घर के बाहर किसी से बात कर रहा था। तभी एक बाईक पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने हमला किया। मामी गीता दास ने बताई कि बड़े भांजा के साथ घर में बातचीत कर रही थी। तभी बाहर से छोटे भांजा के चीखने की आवाज सुनाई दी। खुद को बचाने के लिए बड़े भाई को आवाज दे रहा था। चंद मीनट पहले घर से निकला था। बड़ा भांजा उसे बचाने दौड़ा। उसके पिछे पिछे वह भी भागी। गोली चलने की दो आवाज सुनाई दी। मौके पर देखी कि दोनों भांजा जख्मी हालत में है। उसे देखकर बदमाशों ने उसकी ओर भी आग्नेयास्त्र तान दिए। फलतः वह डर गई और आगे बढ़ने का साहस नहीं जुटा पाई। अंधेरा होने के वजह से हमलावरों और उनकी बाईक को नहीं पहचान पाई। हड़बड़ी में भागते हुए बदमाशों का हेलमेट और जूता छूट गया। सबूत के तौर पर पुलिस उसे अपने कब्जा में ली है। साथ ही घटनास्थल से कारतूस का दो खोल बरामद हुआ है। मामी ने संभावना जताई है कि मोबाईल छीने जाने को केंद्र कर गोली चली है।

फोटो कैप्शनः गोली लगने से घायल हुए सुकदेव दास और मनी दास का अस्पताल में चल रहा इलाज।