बाममोर्चा के जमाने में हुई भर्ती घोटाला पर मंत्री पार्थ भौमिक ने मांगा जवाब।

प्रदेश के सिंचाई एवं जलपथ मंत्री पार्थ भौमिक ने बाममोर्चा के जमाने में हुए नियुक्ति घोटाला पर माकपा से जवाब मांगे। उनका आरोप है कि भर्ती घोटाला पर बवाल मचा रहे माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती खुलासा करे कि 1987 के पहला अगस्त को दीनबंधु एड्रूज़ कालेज में फिजिक्स लैब असिस्टेंट के रुप में किसकी भर्ती हुई थी ?   वह उनकी कौन है तथा किस पद्धति का अनुसरण कर नियुक्ति हुई है।

साथ ही मंत्री का आरोप है कि 1977 से लाखों माकपा कैडरों की भर्ती गलत तरिका से हुई है। अगर माकपा इसी तरह से बेबुनियाद आरोप लगाती रही तो उनके जमाने में हुए घोटालों की पोल तृणमूल कांग्रेस सार्वजनीक सभाओं में खोलेगी।

सबूत के तौर पर नियुक्ति की सिफारिस करने वाली काली स्याही से लिखी एक पत्र को दिखाकर मंत्री से जवाब मांगा। सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस पत्र पर सवाल खड़ा करते हुए विपक्षियों के एक धड़ ने पूछा है कि वर्ष 1987 लिखी गई पत्र की स्याही 35 साल बाद भी इतनी चटख कैसे है ?