श्रीमांधारी हाई स्कूल की छात्राओं की उच्चा माध्यमिक में रहा शानदार प्रदर्शन।
कांचरापाड़ा के हिन्दी माध्यम की तीनों स्कूलों में उच्चा माध्यमिक की परीक्षा में श्रीमांधारी हाई स्कूल की छात्राओं का बेहतरीन प्रदर्शन रहा। दूसरे नंबर पर आरपी हाई स्कूल रहा। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों तंगी से पंजाकशी करते हुए पढ़ाई करनी पड़ी है। ऐसे में उनका प्रदर्शन प्रशंसनीय है। इस साल उच्च माध्यमिक की परिक्षा देने वाले कोरोना के वजह से माध्यमिक की परिक्षा नहीं दे पाए थें।
433 नंबर लाकर तीनों हिन्दी स्कूलों में टॉप करने वाली प्रियंका शर्मा के मां मंजू शर्मा सिलाई कर परिवार चलाती है। पिता नहीं है। सीटी बाजार अंचल में अपने परिवार के साथ रहती है। महंगाई के इस दौर में केवल सिलाई के भरोसे परिवार चलाना कठीन चुनौती है। प्रियंका ने बताया कि 86 प्रतिशत अंक से पास हुई है, सबसे अधिक नंबर हिन्दी भाषा में आया है, हिन्दी में उसे 94 नंबर मिला है। कोरोना के वजह से माध्यमिक परीक्षा नहीं दे पाने के वजह से अपने बौद्धिक क्षमता का आकलन नहीं कर पाई थी। फलतः परीक्षा के समय काफी तनाव में थी। जिस परस्थिति में वह पढ़ाई की है, उसके अनुसार अपने प्रदर्शन पर संतुष्ट है। आगे वह कला विभाग से स्नातक की पढ़ाई करना चाहती है। 408 नंबर अर्जित करने वाली इसी स्कूल की छात्रा मेघा कुमारी साव 81.8 प्रतिशत नंबर से पास की है। कुलिया रोड निवासी उसके पिता अशोक कुमार साव मुहल्ल में मोदीखाना दुकान के उपार्जन से परिवार चलता है। वह बताई कि सबसे अधिक एडूकेशन में उसे 85 नंबर मिला है। वह भी कला विभाग की छात्रा है। आगे स्नातक की पढ़ाई करेगी। श्रीमांधारी हाई स्कूल में तीसने नंबर पर रही रीमकल शर्मा उसे 396 नंबर प्राप्त हुआ है। 79 प्रतिशत नंबर लाकर अपने स्कूल में संभवतः तीसरे नंबर पर है। पिता साधारण रेल कर्मी है। उसे अंग्रेजी में सबसे अधिक अर्थात 83 अंक मिला है। आरपी हाई स्कूल का छात्र आयूष शर्मा 402 अंक प्राप्त कर अपने स्कूल में संभवतः अव्वल है। उसके पिता दैनिक मजदूरी करते है। बड़े भैया और एक गृहशिक्षक की सहायता से उच्च माध्यमिक की तैयारी किया। वह बताया कि परिवार की माली हालत ऐसी नहीं था कि अधिक संख्या में ट्यूशन ले सके। स्नातक की पढ़ाई के साथ प्रतियोगितामूलक परिक्षाओं की तैयारी करना चाहता है। ताकि सरकारी नौकरी प्राप्त कर परिवार का सहारा बन सके। वैसे सीडीएस की तैयारी कर सेना में भर्ती होना चाहता है। ताकि परिवार के साथ देश की सेवा कर सके। उसके लिए रोजाना मैदान में जाकर दौड़ने का अभ्यास करता है। ताकि सीडीएस की प्रवेश परिक्षा पास कर सके।