रेल अधिकारियों और कर्मचारियों के क्वाटर मरम्मत में भेदभाव, कर्मचारियों के क्वाटर मरम्मत के लिए अलग से राशि आवंटन की मांग पर पूर्व रेलवे मेन्स कांग्रेस ने छेड़ा आंदोलन।

आरोप है कि रेलवे बोर्ड क्वाटरों के मरम्मत के लिए जो राशि आवंटित करती है, उसका 90 प्रतिशत हिस्सा अधिकारियों के क्वाटरों के पिछे खर्च होता है। बाकी के 10 प्रतिशत से कर्मचारियों के क्वाटरों का रख रखवा होता है। परिणाम स्वरुप अधिकारियों का क्वाटर चमकदार और कर्मचारयों का क्वाटर जर्जर नजर आता है। इस भेदभाव के प्रतिवाद में पूर्व रेलवे मेन्स कांग्रेस अर्थात ईआरएमसी ने आंदोलन छेड़ा है। कांचरापाड़ा रेल कारखाना समेत ईआरएमसी की 45 शाखाओं में एक साथ एक ही दिन आंदोलन शुरु हुआ। ईआरएमसी के उपाध्यक्ष(सेंट्रल) नारायण सिंह ने बाबा साहेब आम्बेडकर की मुर्ति पर माल्यार्पण कर आंदोलन का आगाज किए। उनके साथ ईआरएमसी शाखा सचिव मिन्टू सामंत, अध्यक्ष पार्थ दास, सुशील पांडे एवं अन्य यूनियन कर्मी, कर्मचारियों के क्वाटर पर जाकर उनकी समस्यें सुनी और आश्वासन दिये कि निरंतर लड़ाई के माध्यम से कर्मचारियों को उनका हक दिलवाया जाएगा।